By: अब्दुल्लाह आडीयार
इसी तरह का एक निराधार आरोप यह हैं कि मुसलमानों ने भारतीय मंदिरो को ढाया हैं।
ऐसे आरोप लगाते समय हम भूल जाते हैं कि इस तरह की हरकते स्वयं भारत में...
By: सैयद अबुल आला मौदूदी (रह0)
भाइयों! यहॉ केवल अधिकार ही का प्रश्न नही हैं। यह प्रश्न भी है कि र्इश्वर के इस ऐश्वर्य में क्या कोर्इ मनुष्य बादशाही करने या कानून बनाने या हुक्म चलाने के...
By: सैयद अबुल आला मौदूदी
मरने के बाद कोर्इ दूसरी जिन्दगी हैं या नहीं? और हैं तो कैसी है।? यह सवाल हकीकत में हमारे इल्म की पहुच से दूर हैं। इसलिए कि हमारी पास वे ऑखें नहीं जिनसे हम...